The Poor Milkman's Story in Hindi |गरीब दूधवाले की कहानी हिंदी में "
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका फ़िर से एक नई कहानी में। दोस्तों आज की कहानी में हम बात करने वाले हैं गरीब दूध वाले की
गरीब दूध वाला
गांव के पारंपरिक मोड़ पर चलने वाले समय के साथ वैसे तो बहुत सी चीजें बदल गई हैं, लेकिन कुछ चीजें वैसी ही बनी हुई हैं, जैसे कि गांव में गरीबी। जीवन की अधिकांश भाग अमीरी के लिए होता है, लेकिन कभी-कभी हमें उन लोगों की तस्वीर भी देखने को मिलती है जो इस अमीरी के सिर सिर्फ अपने मेहनत से ही अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं। ऐसा ही एक गरीब दूध वाला है, जिसकी कहानी गांव में आज भी सुनी जाती है।
रामलाल, गांव का एक छोटा सा दूध वाला, एक साधारण परिवार से था। उसका दिन प्रारंभ होता था बिना किसी अतिरिक्त मार्ग दर्शन के, और समाप्त भी वैसे ही होता था । लेकिन उसकी मेहनत और लगन का अपना महिमा थी । वह हमेशा हर महीने अपने परिवार को दूध और दूध से बने पदार्थों का सेवन कराता था।
एक बार उसे बड़ी मुसीवत का सामना करना पड़ा गया। रामलाल को अपने गायों में एक अजीब सी बीमारी हो गई, जिसके कारण उनकी दूध देने की गड़वड़ी हो गई। ग्राहकों ने उसे दूध लेना छोड़ दिया, और उसके हर महीने आय में कमी आ गई।
रामलाल का परिवार गरीब होने के कारण उसे अपने गायों की उपचार के लिए डॉक्टर को नहीं दिखा सकता था। वह चिंतित और निराश था। उसके पास कोई और चारा नहीं था, सिवाय अपनी मेहनत और ईमानदारी के की वे अपनी गायों का अच्छे से उपचार करवा सके या ओने अच्छे से डॉक्टर के पास दिखा सके ।
एक दिन, जब रामलाल अपने दिन का काम कर रहा था, तभी उसने गांव के एक नए डॉक्टर को देखा। डॉक्टर ने देखा कि रामलाल चिंतित और उदास दिख रहा है डॉक्टर रामलला के पास आया और उसने पूछा, रामलाल से बोला तुम बड़े उदास दिख रहा है और "तुम्हारी परेशानी क्या है?"
रामलाल ने सब कुछ डॉक्टर से साझा किया। डॉक्टर ने ध्यान से सुना और फिर कहा, "मुझे तुम्हारी मदद करने का तरीका पता है। और मैं तुम्हारी मदद जरूर से करुगा "
रामलाल के चेहरे पर आशा की किरण आई। "कृपया मेरी मदद कीजिए, डॉक्टर साहब।"
डॉक्टर ने उसे गायों के लिए कुछ दवाओं की सलाह दी और कुछ सावधानियां बताई। वह भी रामलाल को बताया कि वह कुछ दिनों के लिए उनके दूध को निकलना कम कर और उनकी अच्छे से देखभाल करे और जो दवाइयां दी है वो दे और जो सलाह दी और कुछ सावधानियां बताई है उन पर भी आमाल करे यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जाएगी।
रामलाल ने डॉक्टर की सलाह को माना और अपने काम में जुट गया। उसने डॉक्टर की सलाह को ध्यान में रखते हुए अपने गायों का ख्याल रखा और उन्हें उनकी उपचार की दवा दी।
कुछ ही दिनों में, रामलाल के गायें पूरी तरह से ठीक हो गईं। उनका दूध फिर से समान्य हो गया और उनके ग्राहकों का भरोसा भी वापस आ गया।
दोस्तों ये थी गरीब दूध वाले की कहानी दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी कहानी अच्छी लगी तो अपने दोस्तों से सञ्छा करे।
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